जब भी नयी जॉब का विज्ञापन देखते है तो उसके लिए हमे रिज्यूम देने के लिए कहा जाता है। हालाँकि नियोक्ता की तरफ से कवर लेटर (Cover Letter) की कोई डिमांड नहीं की जाती। और आम तौर पर ऐसा देखा जाता है की हम लोग या तो कवर लेटर (Cover Letter) इस्तेमाल ही नहीं करते या फिर एक ही कवर लेटर(Cover Letter) हर जॉब के लिए इस्तेमाल करते रहते है। मेरी राय में एक ही कवर लेटर (Cover Letter) इस्तेमाल करने की बजाय आप कवर लेटर न लगाये तो बेहतर है। क्योकि कई बार यह आपके लिए घातक हो सकता है।
कवर लेटर को हम एक फिल्म का टीज़र भी सकते है , यह एक टीज़र की तरह काम करता है , जैसे टीज़र दर्शको को फिल्म को देखने के लिए आकर्षित करता है , वैसे ही कवर लेटर(Cover Letter) नियोक्ता को रिज्यूम पढ़ने के लिए आकर्षित करता है , कवर लेटर(Cover Letter) उस पहले अवसर की नींव रखता है, जिसके जरिए नियोक्ता आपकी कुशलताओं से परिचित होते हैं। कुछ पंक्तियों में लिखा एक छोटा आवेदन पत्र आपकी रोजगार संभावनाओं को बढ़ा सकता है। कवर लेटर आपके द्वारा लिखे गए आवेदन पत्र नौकरी की तलाश में पहली कड़ी होते हैं। एक दौर था जब जॉब हंटिंग के लिए कुछ निश्चित नियम या पैटर्न थे, लेकिन नौकरी के नए नियमों में इस प्रक्रिया का हर वह छोटे से छोटा हिस्सा भी शामिल है, जो आपको नियोक्ता के सामने अप्रत्यक्ष रूप से प्रस्तुत करता है।
वास्तव में देखा जाये तो आपके रिज्यूम (resume) को पढ़ने वाले पर सबसे पहले कव्हर लेटर (cover letter) का ही प्रभाव पड़ता है क्योंकि आपको जाब प्रदान करने वाला आपके कवर लेटर को पढ़ने के बाद ही आपके रिज्यूम को पढ़ता है। अतः हमेशा ध्यान रखें कि कवर लेटर(Cover Letter) का बहुत अधिक महत्व होता है। आपके कव्हर लेटर को पढ़कर ही पढ़ने वाले को एक अंदाजा हो जाता है कि यह आदमी हमारे काम का है या नहीं।
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