अपने लिए सही और सूटेबल Job Search एक मुश्किल काम हैं. अगर आपके अन्दर धैर्य की कमी हैं तो इस बात के बहुत चंच हैं कि आप अपनी योग्यता के अनुसार नौकरी न पा पायें. जॉब सीकेर्स अपनी मनपसंद नौकरी पाने के लिए सभ तरह के उपाय आजमाते हैं लेकिन फिर बही बहुत लोग आपसे ये कहते मिल जायेगे कि उनके पास एक भी इंटरव्यू कॉल नहीं आ रहे हैं. अगर आपके साथ भी ऐसा हो रहा हैं तो बहुत मुमकिन हैं कि आपका जॉब सर्च करने का तरीका ही ठीक न हों.
अगर आप अपनी मनपसंद जॉब पाना चाहते हैं तो आपको एक बार अपने जॉब सर्च करने के तरीके का विश्लेषण करना होगा.हो सकता हैं कि आपका जॉब सर्च करने का तरीका ही सही न हो जिसके कारन आपको आपकी मनपसंद जॉब मिलने में समय लग रहा हों.
ऑनलाइन जॉब पोर्टल्स ने हमारी नौकरी सर्च करने की समस्या का काफी हद तक समाधान किया हैं. साथ ही जॉब ढूढने के काम को आसान भी बनया हैं लेकिन अगर आप जॉब सर्च करने के लिए केवल जॉब पोर्टल पर ही निर्भर है तो आप गलत तरीके से अपने लिए सही जॉब की तलाश कर रहे हैं. ऐसा भी नहीं हैं कि अगर आप जॉब पोर्टल पर जॉब अपलोड होते ही अप्लाई केर दें और आपके पास इन्तेर्विरे कॉल आ जायें. जॉब पोर्टल की सहायता से कैंडिडेट सर्च करना कंपनियों के लिए मंहगा और lenghty प्रोसेस हैं. सिर्फ ऑनलाइन पोर्टल पर निर्भर रहने से आपको आसानी से जॉब नहीं मिलेगी.
अगर आप किसी एक कंपनी में जॉब करना चाहते हैं. और इसके लिए आप उस कंपनी की वेबसाइट को रेगुलरली विजिट भी करते हैं. जैसे ही कंपनी ने अपने recrutiment के पेज पर कोई नयी जॉब पोस्ट की आपने तुरंत अप्लाई कर दिया. बिना ये सोचें कि आप इस जॉब के लिए फिट हैं या नहीं. ऐसा करने के पीछे आपका मकसद ये हो सकता है कि कैसे भी आपको रिज्यूमे कंपनी के हेड हंटिंग डिपार्टमेंट तक पहुँच जाएँ. तो आप बहुत बड़ी गलती कर रहे हैं. अगर आपने अपना रिज्यूमे किसी नॉन रेलेवेंट जॉब के लिए भेजा हैं तो इस बात की संभावना ज्यादा है कि आपका रिज्यूमे रेक्रुइटर के कंप्यूटर के रीसायकल बिन में चला जाएँ. अगर आपको किसी पर्टिकुलर कंपनी में जॉब चाहिए तो कंपनी की वेबसाइट से केवल उसी जॉब के लिए अप्लाई करें जो आपके अनुभव व प्रोफाइल से मेल खाती हो.
क्या आप भी उन लोगो में से हैं जो एक समय में बहुत सी फील्ड में नौकरी ढूढते हैं ?आर आपका जवाब हाँ है तो आप बहुत ही गलत ट्रैक पर चल रहे हैं. एक साथ बहुत तरह की जॉब के लिए ये सोच कर अप्लाई करना की किसी एक में तो आपको चांस मिल ही जायेगा, जॉब सर्च करने का बहुत ही गलत तरीका हैं. ऐसा करने से आपका फोकस किसी एक जॉब की और नहीं रहेगा और distracted मिड से आप अपने लिए सूटेबल जॉब सर्च नहीं कर पाएंगे. इसलिए बेहतर ये ही है कि आराम से सोचें कि आपकी रूचि किस जॉब में अधिक हैं और उसी पर फोकस रखें.
हमें सिखाया जाता हैं कि अगर आपको कुछ चाहिए तो उसे मांग लें. लेकिन प्रोफेशनल लाइफ में इस बात को बहुत सीरियसली लेने का आपको नुकसान ही होगा. बहुत से ऐसे जॉब सीकेर्स होते हैं जो किसी कंपनी में अपना रिज्यूमे भेजने के बाद वहां के HR को बार बार कॉल करके पूछते रहते हैं कि कोई जॉब है या नही. ये ही हाल consultancy और प्लेसमेंट एजेंसी के रेक्रुइटर के साथ भी होता हैं. बार बार किसी को कॉल करके आप टैलेंटेड नहीं बल्कि जॉब के लिए desperate ज्यादा लगेंगे. अपनी जॉब के लिए बार बार किसी HR प्रोफेशनल को कॉल करना “BIG NO”. कहीं ऐसा न हो कि वे आपकी कॉल अवॉयड करना शुरू कर दें. और आपके लिए सूटेबल जॉब होने पर भी आप तक कॉल न पहुंचें.
बहुत से लोग सोशल मीडिया पर केवल इसलिए अधिक एक्टिव नहीं होते क्यूंकि वो नहीं चाहते कि उन्हें ऐसा लगता हैं कि किसी विषय पर उनकी सोच उनकी सोशल साईट पर इमेज न खराब कर दें. लेकिन अब सभी कंपनी अपने shortlisted candidates की सोशल प्रोफाइल भी चेक करती हैं. अगर आप अपनी सोशल साईट पर कम एक्टिव हैं तो ये बात भी आपके खिलाफ जा सकती हैं. सोशल साईट पर अधिक एक्टिव रहने से आपके लिए नौकरी के नये मार्ग भी खुल सकते हैं.
इस आर्टिकल में हमने ऐसी कुछ बातों का समावेश किया हैं जो अधिकतर जॉब सीकेर्स अपनाते हैं और जिनके कारण उनकी साथी जॉब की तलाश और लम्बी हो जाती हैं. अगर आप भी ऐसी हे प्रैक्टिस फॉलो कर रहे है तो इसे तुरंत बदल दें.